أُمّ البنين عليهاالسلام
بانتظار الحسين عليهالسلام
يلرحت للغاضريّه |
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هَم تِرد سالم عليَّه |
انتظر يبني تجيني |
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عالدرب مشبوحه عيني |
هَم تِرد سالم عليَّه
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يبني يوم الودعتني |
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واطلعت بأهلك مُهاجر |
ما طبگ جفني ابغيابك |
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وما بُطل كَت النواظر |
يلّي عفت اِديار جدّك |
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وارحلت صوب المخاطر |
واتركت گلبي ابونينه |
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وظل عليك ايلوب حاير |
والده او حگي امن اَعاتب |
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سفرتك طالت يغايب |
الك يتكاثر حنيني |
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عالدرب مشبوحه عيني |
هَم تِرد سالم عليَّه
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