مصحف على |
مصحف ابى |
مصف ابن مسعود |
مصحف ابن عباس |
مصحف حبشى الصادق |
(٧٩) إنا أرسلنا نوحا |
الشمس وضحاها |
التكوير |
انفطرت |
النبأ |
(٨٠) قل أوحى إلى |
والسماء ذات البروج |
الانفطار |
انشقت |
والنازعات |
(٨١) المرسلات |
الطارق |
هل أتاك حديث الغاشية |
الروم |
انفطرت |
(٨٢) والضحى |
سبح اسم ربك الأعلى |
سبح اسم ربك الأعلى |
العنكبوت |
انشقت |
(٨٣) ألهاكم |
الغاشية |
والليل إذا يغشى |
المطففون |
الروم |
وهذا جزء الأنعام |
||||
(٨٤) الأعراف |
عبس |
الفجر |
البقرة |
العنكبوت |
(٨٥) إبراهيم |
الصف |
البروج |
الأنفال |
المطففون |
(٨٦) الكهف |
الضحى |
انشقت |
آل عمران |
البقرة |
(٨٧) النور |
ألم نشرح |
اقرأ باسم ربك |
الحشر |
الأنفال |
(٨٨) ص |
القارعة |
لا أقسم بهذا البلد |
الأحزاب |
آل عمران |
(٨٩) الزمر |
التكاثر |
والضحى |
النور |
الأحزاب |
(٩٠) الشريعة |
الخلع |
ألم نشرح |
الممتحنة |
الممتحنة |
(٩١) الذين كفروا |
الجيد |
والسماء والطارق |
الفتح |
النساء |
(٩٢) الحديد |
اللهم إياك نعبد |
والعاديات |
النساء (١) |
إذا زلزلت |
(٩٣) المزمل |
إذا زلزلت |
أرأيت |
إذا زلزلت |
الحديد |
(٩٤) لا أقسم بيوم القيامة |
العاديات |
القارعة |
الحج |
محمد |
(٩٥) عم يتساءلون |
أصحاب الفيل |
لم يكن الذين كفروا |
الحديد |
الرعد |
(٩٦) الغاشية |
التين |
الشمس وضحاها |
محمد |
الرحمن |
(٩٧) والفجر |
الكوثر |
التين |
الإنسان |
الإنسان |
(٩٨) والليل إذا يغشى |
القدر |
ويل لكل همزة |
الطلاق |
الطلاق |
(٩٩) إذا جاء نصر الله |
الكافرون |
الفيل |
لم يكن |
لم يكن |
وهذا جزء الأعراف |
||||
(١٠٠) الأنفال |
النصر |
لإيلاف قريش |
الجمعة |
الحشر |
(١٠١) براءة |
أبى لهب |
التكاثر |
الم السجدة |
النصر |
(١٠٢) طه |
قريش |
إنا أنزلناه |
المنافقون |
النور |
(١٠٣) الملائكة |
الصمد |
والعصر |
المجادلة |
الحج |
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(١) جاءت قيل بعد المعارج. والملاحظ أنه لم يذكر فاتحة الكتاب التى يتم بها عدد السور ١١٤.