وطن جدّك يبني عفته |
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واِسكنت بديار غُربه |
وكل اَهل بيتك خذتهم |
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والگرايب والأحبّه |
فرگة الأحباب تدري |
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اِشگد على المحبوب صعبه |
عيون المفارگ حبيبه |
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تبگه مشبوحه اعله دربه |
وانته اعز من روحي تدري |
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فدوه الك يحسين عمري |
لا تخليني ابونيني |
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عالدرب مشبوحه عيني |
هَم تِرد سالم عليَّه
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ساعه ساعه او لحظه لحظه |
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يبني آنه ابأنتظارك |
وبمنازل آل هاشم |
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من أمر تفجعني دارك |
خاليه اوحشه او مُظلِمه |
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وتشب حدر اضلوعي نارك |
هم صدگ ترجع يغايب |
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واستچن يبني ابجوارك |
ما دريت اشصار يبني |
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لا خبر منّك وصلني |
اشحصل ما بينك او بيني |
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عالدرب مشبوحه عيني |
هَم تِرد سالم عليَّه
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ازرعت عيناي ابطريقك |
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واهجرت يحسين داري |
امساهره وانطر قِدومك |
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ابلهفتي ليلي ونهاري |
وين اتوجه وروحن |
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اليا كتر يصبح مساري |
انشد الركبان عنّك |
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وبالگلب مستعره ناري |
من تأخر يبني وعدك |
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گمت افكّر خاف افگدك |
اصفچ ايساري ابيميني |
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عالدرب مشبوحه عيني |
هَم تِرد سالم عليَّه