گلويش بردريد از گوش تا گوش |
|
خوش الحان مرغ شد گرديد خاموش |
مباراة الشعر أو تقريب معناه بالعربيّة :
رأى سيّد الدنيا الفريد لسانه |
|
ووجنته اصفرّا كطاقة آس |
ولا من لبان يسعف الطفل ظامئاً |
|
ولا ماء يسقيه ولا يد آسي |
ولا صبر عند الطفل كي يقهر الظما |
|
فكان بقلب السبط حزُّ مواسي |
فقبّل خدّ الورد في الطفل باكياً |
|
وناء بحزن لم تطقه رواسي |
تنسّم ريح المسك عند وريده |
|
فعادت له الأحلام بعد شماس |
وأطلق نحو الطفل سهمٌ لقتله |
|
لعين من الأعداء صعب مراس |
ولمّا بدى نحر من الطفل لامع |
|
وقد كان ظمئآن الفؤاد يقاسي |
ولاح بياض الصبح من فجر نحره |
|
رماه بسهم الغدر صاحب باس |
فمزّق منه النحر أيّ ممزّق |
|
لعين حقير من أُميّة قاسي |
وعاد به السبط الكئيب لأُمّه |
|
فنادت بوجد هل سقيت غراسي |
فناولها الطفل الذبيح فولولت |
|
ولم ترَ إلّا الدمع سال مواسي |
وقال في زبدة الأسرار
بود طفلى شير خوار اندر حرم |
|
کافرينش را پدر بود در کرم |
خورده از پستان فضل آن پسر |
|
شير رحمت طفل جان بوالبشر |
ممکنات از عالم و آدم همه |
|
از دم جان پرورش يك دم همه |
گرچه خوانند اهل عالم اصغرش |
|
من ندانم جز ولىّ اکبرش |
بنگ بر زد که اى غريب بىنوا |
|
نيستى بيكس هنوز اين سو بيا |
مانده باقى بين ز اصحاب کرم |
|
شيرخواره خسته جانى در حرم |